- झांकियों ने खींचा श्रद्धालुओं का ध्यान, प्रशासनिक व्यवस्था रही चाक-चौबंद
बसखारी (अंबेडकर नगर)। पूर्वांचल का प्रसिद्ध और ऐतिहासिक भरत मिलाप कार्यक्रम इस वर्ष भव्यता और श्रद्धा से संपन्न हुआ। भगवान श्री राम रावण पर विजय प्राप्त कर अयोध्या लौटने की झांकी जैसे ही बसखारी बाजार पहुंची, स्थानीय लोगों ने पुष्प वर्षा कर उनका स्वागत किया। जय श्रीराम के गगनभेदी नारे और भक्तिमय गीतों से पूरा क्षेत्र भक्ति रस में डूब गया।
भगवान श्रीराम के अयोध्या आगमन की सूचना पाकर भरत के स्वागत दृश्य को देखने के लिए आसपास के जिलों से आए श्रद्धालुओं के साथ स्थानीय लोगों की भारी भीड़ उमड़ी। भक्तजन पूरी रात उस भावुक क्षण का इंतजार करते रहे। भोर में हनुमानगढ़ी के पास विजय रथ द्वार पर भगवान श्रीराम, लक्ष्मण, भरत, शत्रुघ्न, माता जानकी और हनुमान जी का मिलन हुआ तो पंडाल में मौजूद श्रद्धालु भावविभोर हो उठे। इस अवसर पर रामलीला समिति के संरक्षक राम कुमार, सत्यम सिंघल, अध्यक्ष राहुल गौड़ सहित रमेश रावत, लल्लन सोनी, प्रमोद कन्नोजिया, विकास, मनोज मद्धेशिया, विजय सोनकर, पंकज गुप्ता व अन्य ने आरती उतारी।
झांकियों ने खींचा ध्यान
मेले का प्रमुख आकर्षण विभिन्न धार्मिक झांकियां रहीं। कुल 17 झांकियों ने मेले में भाग लिया, जिनमें मटके पर बैठे श्रीकृष्ण की झांकी ने श्रद्धालुओं का विशेष ध्यान आकर्षित किया। दूरदराज से आए लोग पूरी रात मेले में मौजूद रहे और इन झांकियों का आनंद लिया।
श्रद्धालुओं के लिए प्रसाद व जल की व्यवस्था
श्रद्धालुओं के लिए जगह-जगह प्रसाद वितरण के स्टॉल लगाए गए थे। पश्चिमी चौराहे के पास विकास मोदनवाल द्वारा झांकी निर्माताओं को मिष्ठान व गमछा वितरित किया गया। वहीं मठिया माई मंदिर (पूर्वी चौराहा) पर चंद्रमौली मिश्र, नगर पंचायत अध्यक्ष ओमकार गुप्ता और भाजपा नेता विकास मोदनवाल द्वारा प्रसाद व नि:शुल्क पेयजल की व्यवस्था की गई, जिससे श्रद्धालुओं को कोई असुविधा न हो।
प्रशासनिक व्यवस्था रही सुदृढ़
कार्यक्रम के दौरान सुरक्षा और यातायात व्यवस्था को लेकर प्रशासन मुस्तैद दिखा। पुलिस अधीक्षक अभिजीत आर. शंकर, एएसपी हरेंद्र कुमार, सीओ सिटी, भीटी, टांडा, आलापुर समेत कई थानों के प्रभारी और भारी पुलिस बल तैनात रहे। भीड़ को नियंत्रित करने के लिए रूट डायवर्ट लागू किया गया और जगह-जगह सीसीटीवी कैमरे लगाए गए। असामाजिक तत्वों पर अंकुश के लिए 25 मजनुओं को पिजरे में रखा गया और देर रात चेतावनी के बाद छोड़ा गया।
उत्कृष्ट व्यवस्था के लिए रामलीला समिति ने थानाध्यक्ष सुनील कुमार सहित अन्य अधिकारियों को बुके देकर सम्मानित किया।
भक्ति, परंपरा और अनुशासन का अनूठा संगम बना यह भरत मिलाप कार्यक्रम न केवल बसखारी बल्कि पूरे क्षेत्र में लंबे समय तक याद किया जाएगा।