दशहरा मेला 7 को, भरत मिलाप 8 अक्टूबर को संपन्न होगा।
बसखारी (अंबेडकर नगर)। कस्बे में आयोजित ऐतिहासिक रामलीला में इस वर्ष भी धार्मिक उत्साह और परंपराओं की झलक देखने को मिल रही है। रामलीला के पांचवें दिन फुलवारी लीला, धनुष यज्ञ, लक्ष्मण-परशुराम संवाद, कैकई-मंथरा संवाद व राम वनवास की लीला का मंचन मनमोहक अंदाज़ में किया गया।
इस दौरान दशरथ की भूमिका भागीरथी गौड़, जनक की भूमिका कमलेश साहू, परशुराम की भूमिका सोनू मद्धेशिया, राम की भूमिका पवन साहू तथा लक्ष्मण की भूमिका अर्जुन गौड़ ने निभाई। शानदार अभिनय से कलाकारों ने दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया।
श्री रामलीला समिति के संयोजक रामकुमार गुप्ता ने बताया कि बसखारी की रामलीला की विशेष पहचान भरत मिलाप की रात्रि भर चलने वाली ऐतिहासिक परंपरा है। इस अवसर पर आसपास के कई जनपदों से लाखों की संख्या में श्रद्धालु बसखारी पहुंचते हैं। इसे पूर्वांचल का ऐतिहासिक पर्व माना जाता है।
रामलीला अध्यक्ष राहुल गौड़ ने बताया कि रावण दहन का विशाल कार्यक्रम प्रतिवर्ष की तरह इस वर्ष भी पूर्वी चौराहा, उत्तरी पोखरा, सब्जी मंडी स्थित रामलीला मैदान में आयोजित होगा। दशहरा मेला 7 अक्टूबर को तथा भरत मिलाप 8 अक्टूबर को संपन्न होगा।
दुर्गा पूजा समिति के संयोजक विकास मोदनवाल ने बताया कि बसखारी बाजार में पूर्वी चौराहा से पश्चिमी चौराहा तक एक दर्जन से अधिक दुर्गा प्रतिमा पंडाल स्थापित किए जा रहे हैं। 7 अक्टूबर को पूजा-अर्चना के साथ भक्तों के लिए सभी दुर्गा पंडालों के दरबार खोले जाएंगे।
बसखारी की रामलीला और दुर्गा पूजा दोनों पर्व क्षेत्र में धार्मिक उत्सव का अनोखा संगम प्रस्तुत कर रहे हैं।

