टांडा (अंबेडकरनगर)। नगर पालिका परिषद टांडा में भ्रष्टाचार का खेल थमने का नाम नहीं ले रहा। ताजा मामला सकरावल स्थित पम्प हाउस का है, जहां से करीब 15 दिन पहले दो बेशकीमती शीशम के पेड़ चोरी हो गए। लेकिन आश्चर्य की बात यह है कि आज तक नगर पालिका प्रशासन ने इस पर न तो मुकदमा दर्ज कराया और न ही दोषियों पर कोई कार्रवाई की।
सूत्रों के अनुसार पेड़ चोरी की घटना में नगर पालिका के ही कुछ लोग शामिल पाए गए। घटना उजागर होने के बाद हाथ-पाँव फूलने पर आरोपी आनन-फानन में कहीं और से पेड़ लाकर नगर पालिका परिसर में फेंककर भाग खड़े हुए। जांच आगे बढ़ी तो कई जिम्मेदार लोग फंसने लगे और अब पूरा नगर पालिका प्रशासन उन्हें बचाने में जुट गया है।
अवर अभियंता जलकल विभाग का कहना है कि घटना की तहरीर दे दी गई है, लेकिन 15 दिन बीतने के बावजूद मुकदमा दर्ज न होना कई गंभीर सवाल खड़े करता है। आखिर चोर इतने प्रभावशाली क्यों हैं कि प्रशासन उन पर कार्रवाई करने से बच रहा है?
सबसे बड़ा सवाल यह है कि जब सरकारी संपत्ति ही सुरक्षित नहीं है तो फिर आम जनता की सुरक्षा और अधिकारों का क्या होगा? यह घटना नगर पालिका की कार्यप्रणाली पर गहरे सवाल खड़े कर रही है।