अम्बेडकरनगर। विश्व प्रसिद्ध सूफी संत सैयद मखदूम अशरफ की दरगाह से जुड़े विवादों ने एक बार फिर तूल पकड़ लिया है। खानवादे अशरफिया के सैय्यद नूरुद्दीन अशरफ उर्फ अददू मियां ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर सोशल मीडिया पर चल रहे ‘असली-नकली’ के विवाद को पूरी तरह से निराधार बताया।
नूरुद्दीन अशरफ ने स्पष्ट शब्दों में कहा कि कुछ तत्व जानबूझकर दरगाह की गरिमा को ठेस पहुंचाने की कोशिश कर रहे हैं। उन्होंने जामी अशरफ द्वारा सोशल मीडिया पर दिए गए बयानों को “पूर्णतया मिथ्या और भ्रामक” करार दिया।
प्रेस वार्ता के दौरान नूरुद्दीन ने जामी अशरफ पर गंभीर आरोप भी लगाए। उन्होंने दावा किया कि जामी अशरफ के माध्यम से अवैध रूप से धर्म परिवर्तन कराए जा रहे हैं और विदेशों से फंडिंग लेकर इनका उपयोग निजी हित में किया जा रहा है। उन्होंने मांग की कि इस मामले की उच्चस्तरीय जांच होनी चाहिए ताकि सच्चाई सामने आ सके।
उन्होंने कहा कि “धार्मिक प्रतिष्ठानों की गरिमा को बनाए रखना हम सबकी जिम्मेदारी है। जो लोग इसे कलंकित करने में लगे हैं, उनकी मंशा दरगाह को बांटने की है।”
इस पूरे प्रकरण के सामने आने के बाद धार्मिक व सामाजिक हलकों में हलचल तेज हो गई है। अब देखना यह है कि प्रशासन इस मामले में क्या कदम उठाता है और जांच होती है या नहीं।