अशरफपुर किछौछा (अंबेडकरनगर)। विश्व प्रसिद्ध सूफी संत हजरत सैयद मखदूम अशरफ की दरगाह पर आयोजित होने वाले 639वें सालाना उर्स मेले को लेकर सुरक्षा व्यवस्था को चाकचौबंद कर दिया गया है। सात दिवसीय इस ऐतिहासिक मेले में देशभर से लाखों की संख्या में जायरीन पहुंचते हैं, जिसकी सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए एडिशनल एसपी पश्चिमी हरेन्द्र सिंह की अध्यक्षता में एक अहम बैठक आयोजित की गई।
बैठक में सीओ सिटी नितीश कुमार तिवारी, सीओ भीटी लक्ष्मीकांत मिश्र तथा सीएफओ सहित बड़ी संख्या में पुलिस अधिकारी मौजूद रहे। बैठक में ड्यूटी पर तैनात पुलिसकर्मियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए गए और सतर्कता बरतने के निर्देश दिए गए।
सुरक्षा व्यवस्था को लेकर बाराबंकी, सुल्तानपुर, अमेठी और अयोध्या जोन से कुल 200 पुलिसकर्मी एवं 100 महिला पुलिसकर्मियों की तैनाती की गई है। वहीं, दो यूनिट फायर ब्रिगेड के साथ रॉ एवं अन्य खुफिया एजेंसियों को भी आराजक तत्वों पर नजर रखने के लिए सक्रिय किया गया है।
पांच स्थानों पर अस्थायी चौकियों की स्थापना
मेले में भीड़ को देखते हुए सुरक्षा के लिहाज से नीर शरीफ, शीशा मजार, कर्बला मैदान, मलंग गेट सहित पांच स्थानों पर अस्थायी पुलिस चौकियां बनाई गई हैं। महिला जायरीन की सुरक्षा के लिए विशेष रूप से 40 महिला दरोगाओं की तैनाती की गई है। इनमें नीर शरीफ एवं कर्बला स्थित चौकियां महिला पुलिस चौकी के रूप में कार्य करेंगी।
सादे कपड़ों में तैनात रहेंगे पुलिसकर्मी
एडिशनल एसपी हरेन्द्र सिंह ने पुलिसकर्मियों को ड्यूटी के दौरान जायरीन के साथ सम्मानजनक व्यवहार रखने, साफ-सुथरी वर्दी पहनने और संदिग्ध गतिविधियों पर पैनी नजर रखने की सख्त हिदायत दी है। उन्होंने बताया कि मेले में अपराध नियंत्रण के लिए सादी वर्दी में भी पुलिसकर्मी तैनात किए गए हैं।
अनुशासनहीनता पर होगी कार्रवाई
थानाध्यक्ष संत कुमार सिंह ने कहा कि सभी पुलिसकर्मी निर्धारित समय पर अपने ड्यूटी पॉइंट्स पर उपस्थित रहें। किसी भी प्रकार की लापरवाही पर सख्त वैधानिक कार्रवाई की जाएगी।
प्रशासन की ओर से की गई सुरक्षा व्यवस्था के चलते मेले में आने वाले जायरीन को निश्चिंत होकर सूफी संत की दरगाह पर हाजिरी देने का अवसर मिलेगा।