आलापुर (अम्बेडकरनगर)। थाना क्षेत्र जहांगीरगंज के अंतर्गत ग्राम जल्लापुर (गिरैया बाजार) में एक युवती के साथ शर्मनाक और हिंसक व्यवहार की घटना ने पूरे क्षेत्र को हिला कर रख दिया है। भूमि विवाद को लेकर दो युवकों द्वारा घर में घुसकर महिलाओं के साथ की गई मारपीट और अशोभनीय हरकतों ने न सिर्फ इंसानियत को शर्मसार किया, बल्कि महिला सुरक्षा के दावों की पोल भी खोल दी है।
पीड़िता प्रिया मिश्र पुत्री कृष्णचंद्र मिश्र ने बताया कि 28 जून की रात लगभग 9:30 बजे वह घर के बाहर बैठी थी, तभी उसकी भाभी ममता पत्नी अश्वनी ने जानबूझकर अपने जीजा विवेक पुत्र रमेशचंद्र को फोन कर बुलाया। कुछ देर बाद विवेक एक अज्ञात व्यक्ति के साथ वहां पहुंचा और आते ही अश्लील गालियाँ देने लगा। विरोध करने पर प्रिया को थप्पड़ मारकर जबरन घर के अंदर खींचा गया और उसके साथ अभद्र हरकतें की गईं। विरोध करने पर उसके कपड़े फाड़ दिए गए।
प्रिया की चीख-पुकार सुनकर जब उसकी माँ और बहन बचाने दौड़ीं, तो विवेक, अश्वनी पुत्र कृष्णचंद्र, ममता पत्नी अश्वनी और एक अज्ञात व्यक्ति ने मिलकर तीनों को बुरी तरह डंडों, लात-घूंसों से पीटा। पीड़िता की माँ को गंभीर चोटें आईं, जिनका इलाज अस्पताल में चल रहा है।
घटना के बाद पुलिस ने मुकदमा अपराध संख्या 0185/2025 पंजीकृत किया है, जिसमें भारतीय न्याय संहिता की धारा BNS 333 (गंभीर चोट पहुँचाना), BNS 76 (गंभीर अपराधों में सहयोग), BNS 115(2) (हत्या के प्रयास की तैयारी), BNS 351(3) (अश्लील हरकतें/छेड़खानी), BNS 352 (मारपीट) आदि को शामिल किया गया है।
थाना प्रभारी का दावा है कि नामजद आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए टीमें गठित की गई हैं और दबिशें दी जा रही हैं। लेकिन घटना के दस दिन बाद भी आरोपी खुलेआम घूम रहे हैं, जिससे स्थानीय जनता में आक्रोश है और पुलिस की निष्क्रियता पर सवाल उठ रहे हैं।
क्षेत्रीय लोगों का कहना है कि अगर इस मामले में जल्द कार्रवाई नहीं हुई तो वे आंदोलन करने पर विवश होंगे। वहीं पीड़िता और उसका परिवार अभी भी दहशत में जीवन जी रहा है।
यह घटना एक बार फिर यह सोचने पर मजबूर करती है कि महिला सुरक्षा और कानून व्यवस्था के दावे सिर्फ कागज़ों तक सीमित तो नहीं रह गए हैं?