प्रभु श्रीरामचंद्रजी और दशानन रावण के बीच भयंकर युद्ध का प्रदर्शन।
रावण का वधकर अधर्म पर धर्म की जीत का लहराया विजय पताका।
मेले में चेयरमैन ओमकार गुप्ता ने पहुंचकर बढ़ाई मेले की शोभा।
अंबेडकर नगर। जन्म जन्मांतर से चले आ रहे हिंदू धर्म के पवित्र त्योहार में से नवरात्रि का त्यौहार बड़ा विशेष महत्व रखता है क्योंकि इस दिन 9 दिन की नवरात्रि माता जगत जननी की उपासना के दौरान प्रभु श्रीरामचंद्रजी के द्वारा असत्य पर सत्य,अधर्म पर धर्म की जीत और आतंक पर शांति की जीत का विजय पताका लहराया था। जो नवरात्र के अंतिम 9वें दिन यह विजयश्री प्राप्त हुआ था जिसे हिंदू धर्म में विजयदशमी (दशहरा) के रूप में बड़े ही धूमधाम से पूरे देश भर में मनाया जाता है।
दशहरा त्योहार का सामाजिक महत्व है जो मेल-जोल को बढ़ावा देता है और लोग समृद्धि और सौभाग्य की कामना करते है। दशहरा पर रामलीला और दुर्गा पूजा का आयोजन कला और संस्कृति को भी बढ़ावा देता है।रावण की मृत्यु पर सारे भारत ने खुशियां मनायी। जैसे आतंकी सरगना आईएसआईएस को मार कर अमेरीका रूस को खुशी मिली और विश्व को खुशी हुई। ठीक इसी प्रकार आतंकवाद पर भारतीय संस्कृति को इसी दशहरा के दिन विजय मिली थी। हम आतंकवाद को सदा समाप्त करें। इसी कहानी को हम दशमी के दिन इस घटना को दुहराते और भारत की इस महान परंपरा को याद करते हैं। धर्म शास्त्रों में कहा गया है कि प्रत्येक व्यक्ति और समाज के रुधिर में वीरता का प्रादुर्भाव होने के कारण से ही दशहरे का उत्सव मनाया जाता है। यदि कभी युद्ध अनिवार्य ही हो तब शत्रु के आक्रमण की प्रतीक्षा ना कर उस पर हमला कर उसका पराभव करना ही कुशल राजनीति है। भगवान राम के समय से यह दिन विजय प्रस्थान का प्रतीक निश्चित है। उसी क्रम में नगर पंचायत अशरफपुर किछौछा में प्रत्येक वर्षों की भांति इस वर्ष भी दशहरा मेले का भाव आयोजन किया गया जहां पर भगवान श्रीरामचन्द्र जी और रावण के बीच घमासान युद्ध का यह दृश्य लोगों के दिलों को छू जाता है और फिर रावण का वध होने के बाद रावण के पुतले का दहन किया जाता है तदोउपरांत विजय श्री का पताका लहराता है और विजय प्रसाद का वितरण किया जाता है इस दौरान हजारों की संख्या में मेलार्थियों का आगमन होता है जहां लोग इस पल का साक्षी बनते हैं और फिर भक्ति रस में डूब जाते हैं इस दौरान मेले में तरह-तरह के साज सज्जा के साथ दुकाने लगते हैं जहां पर मेलार्थी उसका पूरा लुफ्त उठाते हैं किछौछा नगर का सबसे मशहूर कही जाने वाली गुडही जलेबी अपनी इस प्रसिद्ध को सजोये रखी है। बताते चलें कि किछौछा नगर चेयरमैन ओमकार गुप्ता दशहरा मेले के आयोजन में पहुंचकर मेले की शोभा को बढ़ाते हुए चार चांद लगा दिया। रामलीला कमेटी के अध्यक्ष,उपाध्यक्ष, संरक्षक, संचालक एवं पदाधिकारी और कार्यकर्ताओं की अपनी अहम भूमिका रहती है जिससे यह पूरा कार्यक्रम सकुशल संपन्न हुआ होता है। वहीं सुरक्षा की दृष्टि से स्थानीय पुलिस प्रशासन मौजूदगी रहती है किंतु इस बार रामलीला के मंचन से लेकर दशहरा मेला एवं चल रहे दुर्गा पूजा के कार्यक्रमों में पुलिस की सक्रियता को लेकर तमाम अटकलों को लेकर क्षेत्रवासी कहीं न कहीं असंतुष्ट नजर आ रहे हैं। मेले से निकलकर भगवान श्रीरामचंद्रजी माता सीता एवं भाई लक्ष्मण के साथ विमान पर बिराजमान होकर नगर में आगमन करते हैं राम भक्त हनुमान अंजनी के लाल हाथों में विजय पताका लहराते हुए आगे आगे चलते हैं और तीनों लोक के स्वामी प्रभु भोले शंकर बाबा का भी विमान नगर में प्रवेश करता है। जहां जगह-जगह पर भगवान की आरती उतारी जाती है और पुष्प की वर्षा की जाती है। इस दौरान क्षेत्र के तमाम सक्रिय कलाकारों एवं जिम्मेदारों द्वारा भरपूर सहयोग दिया जाता है जिससे किसी प्रकार की कोई बाधा न उत्पन्न हो इस दौरान साहिल सोनी,समाजसेवी भारतलाल गुप्ता(भरत भाई), सर्वजीतलाल जायसवाल,महेंद्र यादव,संतोष कसौधन, पूर्व सभासद सूर्यभान गुप्ता, राजेन्द्र प्रसाद गुप्ता,सभासद रामजी कनौजिया, सभासद अमन गुप्ता, सभासद प्रतिनिधि हरिशंकर गुप्ता, श्यामजी अग्रहरि, अमित मोदनवाल, सतीश गुप्ता के अलावा भारी संख्या में लोग मौजूद रहे।