अम्बेडकर नगर। जूनियर बेसिक स्कूलों में मई–जून माह के दौरान संचालित समरकैम्प में शिक्षामित्रों से पूरा काम तो ले लिया गया, लेकिन विभागीय लापरवाही का आलम यह है कि पाँच महीने बीत जाने के बाद भी उनका मानदेय अब तक जारी नहीं किया गया है। लंबे समय से अटके भुगतान को लेकर जिलेभर के शिक्षामित्रों में गहरा आक्रोश व्याप्त है।
समरकैम्प मानदेय भुगतान में देरी पर शिक्षामित्र शिक्षक संघ अम्बेडकर नगर के जिलाध्यक्ष एवं शिक्षामित्र केयर समिति के जिला संयोजक राम चन्दर मौर्य ने कड़ी नाराज़गी जताई है। उन्होंने आरोप लगाया कि विभागीय अधिकारी मानदेय भुगतान को लेकर उदासीन और मनमाना रवैया अपनाए हुए हैं, जिससे शिक्षामित्र आर्थिक संकट का सामना कर रहे हैं।
राम चन्दर मौर्य ने बताया कि समरकैम्प ही नहीं, बल्कि शिक्षामित्रों का प्रतिमाह मानदेय भी नियमित रूप से समय पर नहीं दिया जा रहा है, जिसकी वजह से परिवार चलाना कठिन होता जा रहा है। उन्होंने स्पष्ट कहा कि जानबूझकर की जा रही इस देरी को अब और बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
जिलाध्यक्ष ने चेतावनी दी कि
“यदि समरकैम्प मानदेय का भुगतान शीघ्र नहीं किया गया, तो शिक्षामित्र शिक्षक संघ जिला मुख्यालय पर आंदोलन के लिए बाध्य होगा।”
उन्होंने सरकार और विभागीय अधिकारियों से मांग की है कि—
- समरकैम्प मानदेय तुरंत जारी किया जाए
- शिक्षामित्रों का प्रतिमाह मानदेय समय से भुगतान सुनिश्चित किया जाए
- शिक्षामित्रों की इस नाराज़गी और भुगतान में महीनों की देरी ने एक बार फिर विभागीय कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े कर दिए हैं।

