टांडा (अंबेडकरनगर)। नगर पालिका परिषद टांडा में भ्रष्टाचार का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। अब ताजा मामला सकरावल प्राइमरी पाठशाला के बगल स्थित वाटर पम्प हाउस का है, जहां मौजूद दो भव्य शीशम के पेड़ रहस्यमय तरीके से काटकर गायब कर दिए गए। इन पेड़ों की कीमत लाखों रुपये आंकी जा रही है।
स्थानीय लोगों के अनुसार, शीशम के पेड़ तड़के भोर में काटकर ट्रैक्टर पर लादकर ले जाए गए। मौके पर पहुंचने पर हमारी टीम को पेड़ों की जड़ें स्पष्ट रूप से मिलीं, जो इस घटना की गवाही दे रही हैं। वाटर पम्प पर तैनात कर्मचारी ने भी बताया कि ड्यूटी पर पहुंचने से पहले ही पेड़ काट दिए गए थे।
इस पूरे मामले पर सभासद मोहम्मद जाहिद ने गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि अधिशासी अभियंता (जेई जलकल) आशीष कुमार चौहान और पालिकाध्यक्ष शबाना नाज की मिलीभगत से इन शीशम के पेड़ों को चोरी-छिपे बेचा गया और लाखों रुपये आपस में बांट लिए गए।
सभासद जाहिद ने यह भी खुलासा किया कि इससे पहले भी जेई आशीष कुमार चौहान पर भ्रष्टाचार के आरोप लग चुके हैं। कुछ माह पूर्व रात में करीब 12 बजे छोटी बाजार स्थित बंद पड़े वाटर पम्प से चोरी-छिपे जनरेटर निकलवाने की कोशिश की गई थी। लेकिन कुछ सभासदों की भनक लगते ही मौके पर पहुंचकर विरोध किया गया, जिसके बाद ट्रैक्टर मौके से भाग गया। बाद में वही जनरेटर नगर पालिका लाकर रखा गया था।
जाहिद ने मांग की है कि शीशम के पेड़ काटकर बेचने की इस घटना की उच्च स्तरीय जांच कर दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए, ताकि नगर पालिका परिषद में फैले भ्रष्टाचार पर लगाम लग सके।