अम्बेडकरनगर। राष्ट्रीय पत्रकार सुरक्षा परिषद उत्तर प्रदेश के बैनर तले जनपद अम्बेडकरनगर में पत्रकारों ने लोकतंत्र और प्रेस की आजादी की रक्षा के लिए आवाज बुलंद की। जिलाध्यक्ष अजय कुमार उपाध्याय के नेतृत्व में पत्रकारों का प्रतिनिधिमंडल अम्बेडकरनगर के जिलाधिकारी अनुपम शुक्ल को ज्ञापन सौंपा।
ज्ञापन में कहा गया कि जौनपुर जनपद के जिलाध्यक्ष तामीर हसन शीबू ने “होप फैमिली हॉस्पिटल” में व्याप्त अनियमितताओं और जनहित से जुड़ी गंभीर खबर को प्रकाशित किया था। यह रिपोर्टिंग पूरी तरह पत्रकारिता के मूलभूत सिद्धांतों और लोकतांत्रिक मूल्यों के अनुरूप थी।
लेकिन, खबर प्रकाशित होने के बाद संबंधित संस्थान और प्रभावशाली लोगों के दबाव में आकर स्थानीय पुलिस प्रशासन द्वारा पत्रकार तामीर हसन शीबू के खिलाफ झूठा मुकदमा दर्ज कर लिया गया, जो प्रेस की स्वतंत्रता पर सीधा हमला माना जा रहा है।
ज्ञापन में मांग की गई है कि इस मामले में उच्चस्तरीय एवं निष्पक्ष जांच कराकर दोषियों के विरुद्ध सख्त कार्यवाही की जाए। साथ ही प्रदेशभर के पत्रकारों की सुरक्षा के लिए एक स्थायी नीति बनाई जाए ताकि अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता को सुरक्षित रखा जा सके और पुलिस द्वारा पत्रकारों के विरुद्ध की जा रही दमनात्मक कार्रवाइयों पर तत्काल रोक लगाई जा सके।
इस दौरान जिलाध्यक्ष अजय उपाध्याय ने स्पष्ट किया कि यदि समय रहते न्यायोचित कार्रवाई नहीं हुई, तो राष्ट्रीय परिषद प्रदेशव्यापी आंदोलन करने को बाध्य होगी।
ज्ञापन सौंपने के मौके पर कई वरिष्ठ और सक्रिय पत्रकार उपस्थित रहे, जिनमें ज्ञानप्रकाश पाठक, सुनील कुमार गोंड, हरीलाल प्रजापति, प्रेमचंद यादव, दीपक वर्मा, पंकज कुमार, मेराज अहमद, बृजेश सिंह, संदीप जायसवाल, सैयद शहनवाज अशरफ सहित अन्य पत्रकार साथी मौजूद रहे।
यह घटना न केवल एक पत्रकार के विरुद्ध अन्याय है, बल्कि लोकतंत्र की आत्मा – स्वतंत्र पत्रकारिता – के लिए भी एक गंभीर चेतावनी है।