बसखारी, अम्बेडकरनगर। पिछले पन्द्रह महीनों में बसखारी थाना क्षेत्र में पुलिस द्वारा किए गए प्रभावशाली और लगातार अभियानों की बदौलत अपराधियों के हौसले पस्त हो चुके हैं। थानाध्यक्ष संत कुमार सिंह की कुशल नेतृत्व क्षमता और सतर्क पुलिसिंग ने क्षेत्र में कानून व्यवस्था को सुदृढ़ किया है, जिससे आमजन और व्यापारी वर्ग निडर होकर अपने व्यवसाय में जुटे हैं।
दरगाह क्षेत्र में नहीं ले रहे अब अपराधी शरण
किछौछा दरगाह स्थित खानकाह, जो पहले अन्य प्रांतों और जिलों के अपराधियों की सुरक्षित पनाहगाह मानी जाती थी, अब वहां अपराधी रुकने से कतराने लगे हैं। पुलिस की कड़ी निगरानी और सत्यापन प्रक्रिया से उनका बच निकलना अब लगभग नामुमकिन हो गया है।
अपहरण के 20 मामलों में से 19 का खुलासा
थाना क्षेत्र में हुई 20 अपहरण की घटनाओं में से 19 मामलों का सफल अनावरण कर पुलिस ने सराहनीय कार्य किया है। जुलाई माह में दो छात्रों – वाहिद और आरिफ के अपहरण का मामला दर्ज होते ही पुलिस ने 24 घंटे के भीतर दोनों को सकुशल लखनऊ से बरामद कर लिया।
महिलाओं से जुड़े अपराधों पर सख्त कार्यवाही
महिलाओं के साथ हुए 8 यौन शोषण व बलात्कार के मामलों में पुलिस ने सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेजा। वहीं एक मामले में, महिला जायरीन की बेटी द्वारा झूठे बलात्कार के आरोप में दर्ज मुकदमे की विवेचना कर उसे फर्जी साबित कर निष्पादित किया गया।
हत्या और चोरी के मामलों में तेज कार्रवाई
चोरी की तीन घटनाओं का 5 दिनों के भीतर खुलासा किया गया, जबकि एक सनसनीखेज हत्या—जिसमें बिहार की महिला की हत्या कर शव बसखारी में फेंका गया—का पर्दाफाश महज 24 घंटे में हुआ।
‘ऑपरेशन प्रहरी’ से अपराधियों में मचा हड़कंप
पुलिस द्वारा चलाए गए “ऑपरेशन प्रहरी” के अंतर्गत रात्रिकालीन अनावश्यक आवागमन पर नियंत्रण लगा। साथ ही, अनैतिक व्यापार में लिप्त सात लोगों को जेल भेजा गया।
अवैध गतिविधियों पर बड़ा प्रहार
पुलिस ने आम्र्स एक्ट के तहत 12, गोवध निषेध कानून के तहत 3 मामले दर्ज कर 10 अभियुक्तों पर कार्रवाई की। वहीं मादक पदार्थ तस्करी के 21 मामलों में 21 लोगों को पकड़ा गया। दरगाह क्षेत्र में मादक द्रव्यों के 4 बड़े मामलों में 15 लोगों को 1 करोड़ रुपये के अवैध सफेद पाउडर के साथ गिरफ्तार किया गया।
मुठभेड़ में पेशेवर अपराधियों की गिरफ्तारी
पुलिस ने 3 अलग-अलग मुठभेड़ों में कुल 7 अपराधियों को धर दबोचा, जो लंबे समय से आपराधिक गतिविधियों में संलिप्त थे।
आईजीआरएस निस्तारण में नंबर वन
आईजीआरएस निस्तारण में थाना जिले में नंबर वन स्थान पर है वही थानाध्यक्ष के दूरगामी अपराधियों पर शिकंजा करने की योजना से अपराध की संख्या में भी कमी आई है।
थाना बसखारी की इस सतर्क और सख्त कार्यशैली ने पूरे क्षेत्र में कानून का भय और सुरक्षा का विश्वास कायम किया है। आम नागरिकों ने पुलिस के इस प्रयास को सराहा है और एक सुरक्षित समाज के निर्माण की दिशा में इसे एक मजबूत कदम बताया है।