अंबेडकरनगर। राजेसुल्तानपुर और जहांगीरगंज थाना क्षेत्र में बीते कुछ दिनों से चोरी की वारदातों में तेजी से वृद्धि हुई है, जिससे स्थानीय लोगों में भारी दहशत का माहौल बना हुआ है। लगातार हो रही इन घटनाओं ने कानून-व्यवस्था की स्थिति पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। चोर बेखौफ होकर रात के अंधेरे में एक के बाद एक वारदातों को अंजाम दे रहे हैं, जबकि पुलिस मूकदर्शक बनी नजर आ रही है।
राजेसुल्तानपुर: थाने के पास दुकान में सेंधमारी
बीती रात राजेसुल्तानपुर थाना क्षेत्र स्थित टीपी चौक पर स्थित दीपक चौरसिया की दुकान को चोरों ने निशाना बनाया। दुकान का ताला तोड़कर नकदी चोरी कर ली गई। यह घटना थाने से महज कुछ दूरी पर घटित हुई, जिससे पुलिस गश्त और निगरानी पर सवाल उठना स्वाभाविक है। पीड़ित व्यापारी ने थाने में लिखित शिकायत दर्ज कराई है। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर छानबीन शुरू कर दी है, लेकिन अब तक कोई ठोस सफलता हाथ नहीं लगी है।
पहली बड़ी वारदात: सिकरौरा कंचनपुर में दो घरों में चोरी
28 और 29 मई की दरम्यानी रात को ग्राम सिकरौरा कंचनपुर निवासी अजय प्रताप सिंह और शंकर निषाद के घरों में चोरों ने धावा बोला। चोर लाखों रुपये की नकदी और कीमती जेवरात लेकर फरार हो गए। इस वारदात से पूरे गांव में भय का माहौल है।
दूसरी वारदात: सोलहवां गांव में दो घरों पर हमला
29 और 30 मई की रात को थाना जहांगीरगंज क्षेत्र के ग्राम सोलहवां में राजेश सिंह और ज्ञानेन्द्र प्रताप सिंह के घरों को भी चोरों ने निशाना बनाया। यहां भी चोरों ने लाखों की संपत्ति पर हाथ साफ कर दिया। चोरों ने घरों में रखे नकदी और जेवरात समेट लिए और फरार हो गए।
लगातार वारदातें, पुलिस की साख पर सवाल
इन तीनों वारदातों ने यह साफ कर दिया है कि क्षेत्र में चोरों के हौसले बुलंद हैं और सुरक्षा व्यवस्था पूरी तरह चरमरा गई है। लगातार हो रही चोरी की घटनाओं से क्षेत्रीय लोग डरे और सहमे हुए हैं। लोग रातभर जागकर अपने घरों और दुकानों की निगरानी करने को मजबूर हैं।
पुलिस का दावा: जल्द करेंगे खुलासा
घटनाओं की गंभीरता को देखते हुए थाना राजेसुल्तानपुर के प्रभारी अजय कुमार यादव, क्षेत्राधिकारी आलापुर राम बहादुर सिंह और थाना जहांगीरगंज के प्रभारी विजय प्रताप तिवारी ने घटनास्थलों का निरीक्षण किया और पीड़ितों से बातचीत की। अधिकारियों ने आश्वस्त किया है कि जल्द ही घटनाओं का खुलासा किया जाएगा और अपराधियों को गिरफ्तार किया जाएगा।
हालांकि, स्थानीय नागरिकों का कहना है कि केवल जांच और आश्वासन से अपराध नहीं रुकते। आवश्यकता है कि पुलिस अपनी सक्रियता बढ़ाए, रात्रि गश्त को प्रभावी बनाए और अपराधियों पर कठोर कार्रवाई करे, ताकि आम जनता को राहत मिल सके।