भूमाफियाओं के खिलाफ खबर छापना पड़ा भारी, पुलिस मुख्यालय में ज्ञापन देकर की गई न्याय की मांग।
मध्यप्रदेश। देश में पत्रकारों पर हमलों की घटनाएँ थमने का नाम नहीं ले रहीं। चौथे स्तंभ की आवाज़ को दबाने के लिए आए दिन निंदनीय प्रयास किए जा रहे हैं। ताज़ा मामला सिवनी जिले का है, जहाँ दैनिक गोंडवाना समय के पत्रकार विवेक डेहरिया को उनकी निर्भीक लेखनी की कीमत जान से मारने की धमकी के रूप में चुकानी पड़ रही है।
बताया जा रहा है कि विवेक डेहरिया ने भूमाफियाओं के अत्याचार और पीड़ितों की न्याय की मांग को लेकर खबरें प्रकाशित की थीं, जो कुछ प्रभावशाली तत्वों को नागवार गुज़रीं। नतीजतन, उन्हें रास्ते में रोककर न सिर्फ अपमानित किया गया बल्कि अखबार बंद कराने और जान से मारने की गंभीर धमकी दी गई। यह घटना न केवल लोकतंत्र के प्रहरी पत्रकारों के लिए चिंता का विषय है, बल्कि अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता पर भी सीधा हमला है।
घटना की गंभीरता को देखते हुए आल इंडिया संपादक संघ के मध्यप्रदेश अध्यक्ष सुरेंद्र मेहरा ने तुरंत सक्रियता दिखाते हुए पुलिस मुख्यालय पहुँचकर डीजीपी को एक ज्ञापन सौंपा। उन्होंने पत्रकार की सुरक्षा सुनिश्चित करने और दोषियों पर कड़ी कार्यवाही की माँग करते हुए कहा कि—
“पत्रकारिता लोकतंत्र का आधार स्तंभ है, यदि पत्रकार असुरक्षित हैं तो यह पूरे लोकतंत्र के लिए खतरे की घंटी है।”
इस बीच पत्रकारिता जगत में इस घटना को लेकर आक्रोश है। पत्रकार संगठनों ने एक स्वर में इस कायराना हरकत की निंदा करते हुए प्रशासन से निष्पक्ष जांच और सख्त कार्रवाई की माँग की है।