हंसवर,अंबेडकरनगर। गत 14 जून की रात करीब तीन बजे हंसवर क्षेत्र की एक युवती का रहस्यमय ढंग से अपहरण कर लिया गया था। परिजनों ने आरोप लगाया कि काजीपुर निवासी रंजीत अपने भाई प्रदीप के साथ मिलकर युवती को जबरन उठा ले गया। इस सनसनीखेज घटना के बाद भी पुलिस की निष्क्रियता सवालों के घेरे में है।
किशोरी के पिता की तहरीर पर हंसवर पुलिस ने नामजद आरोपियों के खिलाफ अपहरण का केस दर्ज किया था, बावजूद इसके पुलिस उन्हें अब तक गिरफ्तार नहीं कर सकी। हैरानी की बात यह है कि शनिवार दोपहर युवती स्वयं थाने पहुंच गई।
प्राप्त जानकारी के अनुसार, युवती के थाने पहुंचने के बाद उसे महिला आरक्षी की अभिरक्षा में मेडिकल परीक्षण के लिए भेज दिया गया। इस बीच विवेचक एसआई रवि यादव का बयान चर्चा में है, जिन्होंने गिरफ्तारी और बरामदगी में हो रही देरी को लेकर स्पष्ट जवाब देने से बचते हुए कहा कि “बरामदगी व गिरफ्तारी से क्या दिक्कत है।”
प्रभारी निरीक्षक वीरेंद्र बहादुर सिंह ने बताया कि मामले की जांच जारी है और आरोपियों की गिरफ्तारी के प्रयास किए जा रहे हैं। हालांकि, घटना के कई दिन बीत जाने के बावजूद पुलिस की कार्रवाई संतोषजनक नहीं मानी जा रही है।
स्थानीय लोगों का कहना है कि यदि युवती खुद थाने पहुंच सकती है, तो आरोपित अब तक पुलिस की पकड़ से बाहर कैसे हैं? यह घटना पुलिस की कार्यशैली पर सवालिया निशान खड़ा कर रही है।