बसखारी, अम्बेडकरनगर। अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस 2025 को सफल बनाने के लिए बसखारी ब्लॉक में तैयारियां जोरों पर हैं। इसी क्रम में ब्लॉक संसाधन केंद्र (बीआरसी) बसखारी द्वारा डवाकरा हाल में एक दिवसीय योग प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया गया, जिसमें विभिन्न विद्यालयों से आए शिक्षकों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया।
कार्यक्रम का शुभारंभ बीआरसी अधिकारियों द्वारा किया गया। उन्होंने योग के महत्व और बच्चों के सर्वांगीण विकास में इसकी भूमिका को रेखांकित करते हुए कहा कि विद्यालय स्तर पर योग को अपनाने से बच्चों में शारीरिक स्फूर्ति के साथ-साथ मानसिक एकाग्रता और अनुशासन की भावना भी विकसित होगी।
प्रशिक्षण में विशेषज्ञों ने शिक्षकों को योग के विभिन्न पहलुओं जैसे आसन, प्राणायाम, ध्यान और नैतिक मूल्यों की जानकारी दी। विशेष ध्यान इस बात पर दिया गया कि कैसे बच्चों की उम्र और क्षमता के अनुसार योगाभ्यास को सरल, प्रभावी और रुचिकर तरीके से प्रस्तुत किया जाए।
इस कार्यक्रम में रामकेश मौर्या, फूलचंद, प्रमोद चौधरी, आशा राम, सत्येन्द्र कुमार, बृजेश गुप्ता, सानंद कुमार, सीमा सिंह, अमिता रंजन, शारदा यादव, उमा रानी, और आशाराम मौर्य जैसे शिक्षक शामिल हुए। ये सभी अब अपने-अपने विद्यालयों में योगदूत के रूप में कार्य करेंगे और बच्चों को नियमित रूप से योगाभ्यास कराएंगे।
बीआरसी बसखारी के एक अधिकारी ने बताया, “हमारा उद्देश्य है कि प्रत्येक बच्चा योग के महत्व को समझे और उसे अपनी जीवनशैली में शामिल करे। यह प्रशिक्षण उसी दिशा में एक निर्णायक कदम है। हमें पूरा भरोसा है कि यह पहल आने वाले योग दिवस को यादगार बनाएगी और बच्चों के जीवन में सकारात्मक बदलाव लाएगी।”
यह आयोजन न केवल एक दिन के कार्यक्रम की तैयारी है, बल्कि जिले में स्वास्थ्य और कल्याण को बढ़ावा देने की दिशा में एक दीर्घकालिक प्रयास भी है। आने वाले समय में इन प्रशिक्षित शिक्षकों की भूमिका बच्चों में स्वस्थ आदतें विकसित करने में महत्वपूर्ण साबित होगी।