अंबेडकरनगर। “होनहार बिरवान के होत चीकने पात” – इस कहावत को चरितार्थ कर दिखाया जिले के होनहार छात्र आर्यनचंद यादव ने, जिन्होंने पहली ही कोशिश में NEET परीक्षा उत्तीर्ण कर राष्ट्रीय स्तर पर 475वीं रैंक हासिल की है। उनकी इस उपलब्धि से न सिर्फ परिवार में बल्कि जिले भर में खुशी की लहर है।
आर्यनचंद, अंबेडकरनगर जिले की अभिसूचना शाखा में तैनात आनंद यादव के पुत्र हैं। NEET परीक्षा में उन्हें 720 में से 619 अंक प्राप्त हुए और उनका चयन एमबीबीएस कोर्स के लिए हो गया है। खास बात यह है कि आर्यन के दादा रामबढ़ाई यादव का सपना था कि उनका पोता डॉक्टर बने – आज यह सपना सच हो गया है।
हालांकि आर्यन के माता-पिता वर्तमान में अंबेडकरनगर में रह रहे हैं, लेकिन मूल रूप से परिवार का संबंध देवरिया जनपद की बरहज तहसील के तेलिया कला गांव से है। आर्यन की प्राथमिक शिक्षा वहीं हुई, इसके बाद हाईस्कूल की पढ़ाई सेंट जेवियर स्कूल, आजमगढ़ से और इंटरमीडिएट की पढ़ाई ग्लोबल विजडम कॉलेज, अंबेडकरनगर से पूरी की। इंटर के बाद उन्होंने NEET की तैयारी में जुट गए और दो वर्षों की कठिन मेहनत के बाद पहली बार में ही उन्होंने सफलता का परचम लहरा दिया।
जब परिणाम घोषित हुआ, तो न केवल आर्यन बल्कि उनके माता-पिता, दादा-दादी और 8 वर्षीय छोटी बहन भी खुशी से झूम उठे। आर्यन की मां रेखा देवी, एक कुशल गृहणी हैं, जिन्होंने बेटे को अच्छे संस्कार और समर्थन देकर उसका मार्ग प्रशस्त किया।
आर्यन की यह सफलता न केवल उनके परिवार बल्कि जिले के अन्य विद्यार्थियों के लिए भी प्रेरणा का स्रोत बनी है।