अंबेडकरनगर। जिलाधिकारी अनुपम शुक्ला की अध्यक्षता में कलेक्ट्रेट सभागार में विशेष संचारी रोग नियंत्रण (1 जुलाई से 31 जुलाई 2025) एवं दस्तक अभियान (11 जुलाई से 31 जुलाई 2025) के तहत व्यापक समीक्षा बैठक आयोजित की गई। बैठक का उद्देश्य जिले में डेंगू, मलेरिया, चिकनगुनिया जैसे संक्रामक रोगों पर प्रभावी नियंत्रण सुनिश्चित करना था।
जिलाधिकारी ने विभागवार समीक्षा करते हुए सभी अधिकारियों को चेताया कि अभियान की सफलता तभी संभव है जब हर विभाग अपनी जिम्मेदारी को पूरी निष्ठा से निभाए। उन्होंने निर्देशित किया कि दस्तक एवं संचारी अभियान में आशा और आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं की सक्रिय भागीदारी सुनिश्चित की जाए।
हाई रिस्क एरिया पर विशेष अभियान के निर्देश
डीएम शुक्ला ने नगर पालिका परिषद अकबरपुर, टांडा एवं किछौछा में चिन्हित हाई रिस्क एरिया में विशेष सफाई अभियान चलाने, फॉगिंग, एंटी लार्वा छिड़काव तथा नागरिकों को जागरूक करने के निर्देश दिए। ग्रामीण क्षेत्रों में उथले हैंडपंपों को लाल निशान से चिह्नित कर, वहां से जल सेवन रोकने हेतु जागरूकता अभियान चलाने के भी निर्देश दिए गए।
जल जीवन मिशन का करें अधिकतम उपयोग
डीएम ने स्पष्ट किया कि जिन क्षेत्रों में जल जीवन मिशन से जलापूर्ति हो रही है, वहां लोगों को सुरक्षित पेयजल के उपयोग के लिए प्रेरित किया जाए। जल नमूनों की अधिक संख्या में जांच कर संभावित रोगजनक क्षेत्रों की पहचान की जाए।
प्रत्येक ग्राम पंचायत में होगी फॉगिंग मशीन
डीएम ने सभी ग्राम पंचायतों में फॉगिंग मशीन क्रय करने का निर्देश दिया ताकि मच्छर जनित रोगों से ग्रामीण अंचल को सुरक्षित किया जा सके। साथ ही झाड़ियों की कटाई व साफ-सफाई का विशेष ध्यान रखने का आदेश खंड विकास अधिकारियों को दिया।
डेंगू की स्क्रीनिंग और पौधारोपण पर विशेष बल
संवेदनशील क्षेत्रों में विशेष सफाई अभियान चलाने के साथ-साथ डेंगू की स्क्रीनिंग कराने का निर्देश दिया गया। जिलाधिकारी ने आमजन को मच्छर रोधी पौधों जैसे तुलसी, पुदीना, लेमनग्रास, गेंदा, लैवेंडर, नींबू आदि को घरों में रोपित करने के लिए प्रेरित करने का आह्वान किया।
खाद्य पदार्थों की गुणवत्ता पर कड़ी निगरानी
खाद्य सुरक्षा अधिकारी को निर्देश दिए गए कि बरसात में खुले में बिकने वाले खाद्य पदार्थों की गुणवत्ता सुनिश्चित करने के लिए विशेष अभियान चलाया जाए।
टीकाकरण से वंचित बच्चों पर विशेष फोकस
जिले में टीकाकरण से छूटे बच्चों को अभियान चलाकर 100% आच्छादन सुनिश्चित करने का निर्देश भी दिया गया।
सभी बीमारियों की होगी जांच
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. संजय कुमार शैवाल ने निर्देश दिए कि प्रत्येक सीएचसी, पीएचसी व स्वास्थ्य इकाइयों पर आने वाले रोगियों की मलेरिया, डेंगू व टीबी की जांच अनिवार्य रूप से की जाए।
बैठक में परियोजना निदेशक अनिल कुमार सिंह, अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी, उप मुख्य चिकित्सा अधिकारी, जिला मलेरिया अधिकारी, डब्ल्यूएचओ, यूनिसेफ के प्रतिनिधि, खंड विकास अधिकारी एवं संबंधित विभागों के अधिकारी मौजूद रहे।
जिलाधिकारी ने अंत में स्पष्ट किया कि किसी भी प्रकार की लापरवाही पर संबंधित अधिकारी की व्यक्तिगत जवाबदेही तय की जाएगी। इस बार का दस्तक एवं संचारी रोग नियंत्रण अभियान जिले के लिए मॉडल साबित हो, यही लक्ष्य है।